भारत के एक्शन से पाकिस्तान में हड़कंप, एयरफोर्स चीफ से मिले PAK सेना प्रमुख असीम मुनीर – Operation Sindoor Indian air strike causes panic in Pakistan PAK Army Chief Asim Munir meets Air Force Chief ntc

पाकिस्तान में भारत की कार्रवाई के बाद सैन्य हलचल तेज हो गई है. इसी कड़ी में पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने पाकिस्तान एयर फोर्स (PAF) के मुख्यालय में वायुसेना प्रमुख के साथ बैठक की है. यह बैठक ऐसे वक्त में हुई है जब भारत की ओर से आतंकी ठिकानों पर की गई मिसाइल स्ट्राइक से पाकिस्तान में हड़कंप मचा हुआ है.
अनुमान है कि इस बैठक का मकसद मौजूदा हालात की समीक्षा और किसी भी संभावित भारतीय कार्रवाई के जवाब में रणनीतिक तैयारियों पर चर्चा करना था. ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत की ओर से आतंकी ठिकानों पर की गई कार्रवाइयों के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव के बीच, बुधवार को पाकिस्तान सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने पाकिस्तान एयर फोर्स के प्रमुख जहीर अहमद बाबर के साथ बैठक की.
भारतीय सेना का ऑपरेशन सिंदूर
भारतीय सेना ने मंगलवार की रात पाकिस्तान और PoK स्थित 9 आतंकी ठिकानों को एयरस्ट्राइक कर तबाह कर दिया है. तीनों सेना की इस संयुक्त कार्रवाई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया है. भारतीय जांबाजों ने पाकिस्तान में दाखिल हुए बिना 100 किमी अंदर स्थित बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय को बमबारी करके उड़ा दिया है. इसके अलावा पाकिस्तान में बने कुल चार और पीओके में स्थित पांच आतंकी ठिकानों को टारगेट किया गया है.
स्कैल्प और हैमर मिसाइल
सूत्रों के मुताबिक भारतीय वायुसेना के मिराज-2000 और सुखोई-30MKI जैसे एडवांस फाइटर जेट्स ने बहावलपुर, कोटली और मुजफ्फराबाद में बने आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया. ये इलाके लंबे वक्त से जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के गढ़ माने जाते रहे हैं. इसके अलावा स्कैल्प क्रूज मिसाइल और हैमर मिसाइलों से लैस भारतीय वायुसेना (IAF) के राफेल लड़ाकू विमानों ने भी इस ऑपरेशन में अपना शौर्य दिखाया है. राफेल में फिट होने वाले ये ऐसे दो ताकतवर हथियार हैं, जिनसे टारगेट पर सटीक हमला किया जा सकता है.
इसके अलावा वायुसेना ने ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए HAROP ड्रोन जैसे स्टैंड-ऑफ वैपन का इस्तेमाल किया. साथ ही राफेल ने टारगेट को हिट करने के लिए स्कैल्प क्रूज मिसाइल के अलावा डीप पेनेट्रेशन स्पाइस 2000 मिसाइल का इस्तेमाल किया है. भारतीय सेना की ओर से भी ऑपरेशन में हथियारों और प्लेटफार्मों के अलावा ड्रोन और यूसीएवी के जरिए मदद पहुंचाई गई है. इंडियन नेवी भी इस पूरे ऑपरेशन में शामिल रही और समुद्री एक्शन में अहम भूमिका निभाई है.