Mizoram literacy rate – देश में शिक्षा की नई मिसाल, मिजोरम बना पहला पूर्ण साक्षर राज्य, 98% की दर हासिल – Mizoram Declared India First Fully Literate State ntc

भारत में शिक्षा के क्षेत्र में मिजोरम ने ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है. मिजोरम देश का पहला राज्य बन गया है जिसे पूर्ण साक्षर राज्य घोषित किया हो. मिज़ोरम विश्वविद्यालय (MZU) में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री लालदुहोमा ने मंगलवार को इसकी घोषणा की है. इस दौरान केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री जयंत चौधरी भी मौजूद थे. मिजरोम की साक्षरा दर बीते 14 सालों में 91.33 फीसदी से बढ़कर 98.2 फीसदी पहुंच गई है.
मुख्यमंत्री लालदुहोमा ने क्या कहा?
मुख्यमंत्री लालदुहोमा ने कहा कि इस उपलब्धि का जश्न मनाते हुए निरंतर शिक्षा, डिजिटल पहुंच और व्यावसायिक कौशल प्रशिक्षण के जरिए साक्षरता को बनाए रखने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को भी दोहराते हैं. अब हमें डिजिटल साक्षरता, फाइनेंशियल साक्षरता और इंटरप्रेन्योर स्किल्स की ओर आगे बढ़ना होगा. ताकि मिजो समाज के सभी लोग सक्षम बन सकें.
केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने क्या कहा?
केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने इस उपलब्धि के लिए मुख्यमंत्री लालदुहोमा और प्रदेश के लोगों को बधाई दिया. उन्होंने कहा कि ‘नव भारत साक्षरता कार्यक्रम’ के अंतर्गत मिज़ोरम को देश का पहला पूर्ण साक्षर राज्य घोषित कर गर्व महसूस कर रहे हूं.
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कैसे हासिल की गई यह सफलता?
2011 में मिजोरम की साक्षरता दर 91.33 फीसदी थी, जो कि देश में तीसरे स्थान पर थी. उल्लास (समाज में सभी के लिए आजीवन शिक्षा की समझ) और नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के जरिए उन लोगों की पहचान की गई जो लिटरेट नहीं थे. कुल 3,026 अनपढ़ों की पहचान हुई, जिनमें से 1,692 संभावित शिक्षार्थी पाए गए.
292 स्वयंसेवी शिक्षक, जिनमें छात्र, शिक्षक, संसाधन व्यक्ति और क्लस्टर समन्वयक शामिल थे, ने इस मिशन में भाग लिया. सामुदायिक सहयोग, लोगों का समर्पण और दृढ़ इच्छा शक्ति के जरिए मिजरोम ने यह उपलब्धि हासिल की.
क्या है आगे की योजना?
मिजोरम सरकार अब डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने की योजना बना रही है. सतत शिक्षा प्रणाली का निर्माण करना.