‘मनीष कश्यप को मुक्के मारे गए, इंटरनल इंजरी, सांस लेने में दिक्कत…’, डॉक्टर ने बताया ताजा हाल – manish kashyap news pmch prabhat memorial hospital lclnt

यूट्यूबर और बीजेपी नेता मनीष कश्यप के साथ सरकारी अस्पताल पीएमसीएच (पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल) में डॉक्टरों द्वारा मारपीट की पुष्टि हो चुकी है. यह घटना 19 मई को हुई थी, जिसके बाद मनीष कश्यप को पटना के प्रभात मेमोरियल अस्पताल में भर्ती कराया गया.
प्रभात मेमोरियल अस्पताल के सीएमडी डॉ. सतीश सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस मारपीट की पुष्टि की और मनीष कश्यप की तबीयत के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि मनीष कश्यप के शरीर पर इंटरनल इंजरी है, जो कि पिटाई और मुक्का मारने की वजह से हुई है. डॉक्टर सिंह ने बताया कि मनीष को सांस लेने में भी परेशानी हो रही थी, जिसके चलते उन्हें तुरंत इलाज की जरूरत पड़ी.
डॉ. सिंह ने यह भी कहा कि मनीष कश्यप का इलाज 19 मई से उनके अस्पताल में चल रहा है और उनकी स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है. घटना को लेकर अब तक पीएमसीएच प्रबंधन की तरफ से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है. यह मामला अब राजनीतिक और सामाजिक दोनों ही स्तरों पर चर्चा का विषय बनता जा रहा है.
सिफारिश करने अस्पताल गए थे मनीष
यह पूरा घटनाक्रम सोमवार दोपहर का है, जब मनीष कश्यप पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे थे. जानकारी के अनुसार, वे किसी मरीज के लिए सिफारिश करने अस्पताल गए थे. इसी दौरान उनकी मुलाकात एक महिला जूनियर डॉक्टर से हुई. बातचीत के दौरान दोनों के बीच कहासुनी शुरू हो गई, जो देखते ही देखते एक तीखे विवाद में बदल गई.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बहस के बीच मनीष कश्यप ने अस्पताल परिसर में वीडियो बनाना शुरू कर दिया, जिससे वहां मौजूद डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ में नाराजगी फैल गई. इसके बाद हालात इतने बिगड़ गए कि अस्पताल परिसर में अफरातफरी का माहौल बन गया.
मनीष कश्यप को कमरे में बंद कर पिटाई
सूत्रों के अनुसार, विवाद के बाद गुस्साए जूनियर डॉक्टरों ने मनीष कश्यप को एक कमरे में बंद कर दिया और करीब तीन घंटे तक उन्हें बंधक बनाकर उनकी पिटाई की. बताया जा रहा है कि मारपीट इतनी गंभीर थी कि मनीष कश्यप को अंदरूनी और बाहरी दोनों तरह की चोटें आईं. उनकी हालत बिगड़ने पर उन्हें उसी अस्पताल में भर्ती करना पड़ा.
इस घटना के बाद मनीष कश्यप के समर्थकों में जबरदस्त आक्रोश है. सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे को लेकर तीखी बहस छिड़ गई है. लोग दो खेमों में बंट गए हैं, एक वर्ग डॉक्टरों पर कार्रवाई की मांग कर रहा है, जबकि दूसरा वर्ग मनीष कश्यप पर महिला डॉक्टर से दुर्व्यवहार का आरोप लगाकर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहा है.