तो भारत और कैसे जवाब देता…? ब्रिटिश एंकर ने पाकिस्तानी उच्चायुक्त की बोलती बंद की, आतंक सपोर्टर को जमकर धोया – Sky News Journalist Yalda Hakim exposed Pakistan high commissioner to Britain on terror and Pahalgam attack after Operation Sindoor ntcprk

भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक कर पहलगाम हमले का बदला ले लिया है. ऑपरेशन सिंदूर के तहत किए गए एयरस्ट्राइक के बाद भारत ने साफ कहा कि इस हमले में किसी भी सैन्य या नागरिक ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया है बल्कि मिसाइलों के निशाने पर सिर्फ आतंकी और उनके गढ़ थे. लेकिन पाकिस्तान इस एयस्ट्राइक से बिलबिला उठा है क्योंकि वो जिन आतंकी संगठनों को पाल-पोस रहा था, उन्हें भारत तबाह कर रहा है.
भारत के एयरस्ट्राइक पर बात करने के लिए ही ब्रिटेन में पाकिस्तान के उच्चायुक्त मोहम्मद फैसल स्काई न्यूज के एक प्रोग्राम में पहुंचे थे जहां जानी-मानी पत्रकार याल्दा हकीम ने आतंक के सपोर्टर पाकिस्तान को आईना दिखाते हुए उनकी बोलती बंद कर दी.
दरअसल, प्रोग्राम में कुछ समय के लिए भारत की तरफ से भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता जयवीर सिंह शेरगिल शामिल हुए जिन्होंने आतंकवाद के लिए पाकिस्तान को जमकर लताड़ लगाई. उन्होंने पाकिस्तान स्पॉन्सर आतंकियों की तरफ से किए गए पहलगाम हमले और पूर्व के सभी आतंकी हमलों पर गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि भारत ने पाकिस्तान के आतंकियों को ऐसा जवाब दिया है जिससे वो सात जन्म में भी फिर कभी भारत पर हमले की गलती नहीं कर पाएंगे.
‘तो भारत पहलगाम हमले का और कैसे जवाब देता?’
बीजेपी प्रवक्ता की टिप्पणी पर पाकिस्तान के उच्चायुक्त बिदक गए और कहने लगे कि ‘एयरस्ट्राइक में हमारे 37 नागरिक मारे गए और गुस्से में वो हैं. यह पागलपन है.’
पाकिस्तानी उच्चायुक्त का इतना कहना भर था कि पत्रकार याल्दा हकीम भड़क गईं और उन्होंने सवाल किया, ‘तो भारत पहलगाम हमले का और कैसे जवाब देता? आप ही बताएं.’
जवाब में पाकिस्तानी उच्चायुक्त फिर से पहलगाम हमले के अंतरराष्ट्रीय जांच का राग अलापने लगे. उन्हें बीच में टोकते हुए याल्दा हकीम में पाकिस्तान का आतंकी चेहरा बेपर्दा कर दिया.
याल्दा ने कहा, ‘पाकिस्तान की सेना और आईएसआई का लश्कर-ए-तैयबा को समर्थन देने का इतिहास रहा है. इसी वजह से पाकिस्तान सालों तक FATF की ग्रे लिस्ट में था. भले ही पाकिस्तान की सरकार लंबे समय से आतंकियों को फंडिंग देने के अपने इतिहास से दूर होने की कोशिश करती रही है लेकिन यह पाकिस्तान के इतिहास का हिस्सा है जिसे विदेश मंत्री रह चुके बिलावल भुट्टो ने भी स्वीकारा है.’
जवाब में पाकिस्तानी उच्चायुक्त ने बड़े ही बेशर्मी से कहा कि बात सिर्फ आतंकी समूहों की नहीं हैं बल्कि मुद्दा जम्मू-कश्मीर का है जो 78 सालों से विवाद का विषय बना हुआ है. उनकी इस टिप्पणी पर सवाल दागते हुए याल्दा हकीम ने पूछा, ‘तो इसलिए पाकिस्तान के अंदर आतंकी समूह पल रहे हैं ताकि जम्मू-कश्मीर में लोगों को टार्गेट किया जा सके?’
प्रोग्राम के दौरान याल्दा हकीम में भारत पर हुए हमलों (2001 में संसद पर हमला, 2008 में मुबंई हमला, 2016 में उरी हमला, 2019 पुलवामा हमला) का जिक्र करते हुए कहा कि हर हमले के बाद उंगलियां पाकिस्तान पर उठी. उन्होंने कहा कि सभी हमलों की जांच के लिए पाकिस्तान को बुलाया गया लेकिन पाकिस्तान ने आतंकी समूहों को अपनी जमीन पर फलने-फूलने से रोकने के लिए कुछ नहीं किया.
पाकिस्तान के सूचना मंत्री को भी बेनकाब कर चुकी हैं याल्दा हकीम
याल्दा हकीम ने इससे पहले पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार के झूठ को भी लाइव शो में बेनकाब किया. तरार झूठा दावा कर रहे थे कि पाकिस्तान में कोई आतंकी कैंप नहीं है बल्कि पाकिस्तान तो खुद आतंकवाद का शिकार है.
उनकी इस टिप्पणी पर याल्दा हकीम ने पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का कबूलनामा उन्हें याद दिलाया जिसमें उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान ने दशकों तक आतंकवादी समूहों का समर्थन किया है और उन्हें ट्रेनिंग दी है.
स्काई न्यूज की पत्रकार ने तरार को बिलावल भुट्टो का वो बयान भी याद दिलाया जिसमें याल्दा हकीम से बातचीत में ही उन्होंने कहा था कि आतंक को सपोर्ट करना और उसे संरक्षण देना पाकिस्तान के इतिहास का सबसे खराब हिस्सा रहा है.